BJP Shivraj Singh Chouhan की जगह मोहन यादव को मध्य प्रदेश का मुख्यमंत्री क्यों चुना? मोहन यादव बने मध्य प्रदेश के सीएम. 11 दिसंबर, 2023 को मध्य प्रदेश विधान सभा चुनाव में अधिकांश सीटें जीतने वाली भारतीय जनता पार्टी ने मोहन यादव को मुख्यमंत्री घोषित किया। भोपाल में विधायक दल की बैठक के बाद ये फैसला आया।
भारतीय जनता पार्टी के द्वारा मुख्यमंत्री के रूप में दो राज्यों में एक अनोखे चेहरे को सामने लाया गया है जाम बात करें छत्तीसगढ़ की तो एक आदिवासी समाज के नॉर्मल व्यक्ति को मुख्यमंत्री के रूप में कमान सौंप गई है वहीं मध्य प्रदेश में बात की जाए तो मोहन यादव जो की बहुत अलग और पढ़े-लिखे इंसान है जिनको अपने नेतृत्व की कमान सौंप गई है यह सब हो पाया है भारतीय जनता पार्टी के मैन हेड श्री नरेंद्र मोदी जी की द्वारा।
मध्य प्रदेश में जो मुख्यमंत्री के तौर पर चुने गए हैं मोहन यादव उज्जैन के निज निवासी हैं और सुल्तानपुर के दामाद के जाने वाले तीन बार विधायक रह चुके और अपनी पढ़ाई के तौर पर बा एचडी वगैरह सभी डिग्री हासिल करके बैठे हैं और राजनीतिक में भी उन्होंने बहुत कुछ किया है पर सवाल यहां पर पैदा होता है।
कि सिर्फ इसी नेता को क्यों चुना गया आखिर शिवराज सिंह चौहान को जो कि पहले से कई बार जीते हुए और मुख्यमंत्री के रूप में देखे जा रहे मध्य प्रदेश के अंदर उनको दोबारा से मौका क्यों नहीं दिया गया इसके पीछे वजह क्या हो सकती है आखिर मोहन यादव को ही क्यों चुना गया जानेंगे इस लेख में पूरा।
मोहन यादव होंगे एमपी के सीएम !
58 वर्षीय मोहन यादव जो की हाल के चुनाव में मध्य प्रदेश की ओर से मुख्यमंत्री चुने गए इनका पिछला नाच राजनीतिक दूर याद किया जाए तो यह 2018 के चुनाव में उज्जैन से ही MLA रह चुके हैं और हाल ही के चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी के खिलाफ 12,941 वोटो से जीत हासिल करके एमएलए बने हुए हैं।
वहीं अब बात की जाए तो इस चेहरे को नए मुख्यमंत्री के तौर पर मध्य प्रदेश के अंदर भाजपा सरकार ने एक नया योगदान प्राप्त किया है जब उन्हें उज्जैन दक्षिण सीट मिली।
उन्होंने 2018 के विधानसभा चुनाव में निर्वाचन क्षेत्र बरकरार रखा। मध्य प्रदेश में हाल के चुनावों के दौरान, यादव ने उसी सीट से कांग्रेस उम्मीदवार चेतन प्रेमनारायण यादव के खिलाफ 12,941 वोटों से जीत हासिल की।
BJP Shivraj Singh Chouhan को क्यों नहीं चुना ?
आखिर मध्य प्रदेश में शिवराज सिंह चौहान को नहीं सौंप गई कमान क्या कारण हो सकता है जहां की एक नए चेहरे को बना दिया गया मुख्यमंत्री आप सबका यही सवाल है कि आखिर शिवराज सिंह चौहान क्यों नहीं चुने गए।
दोस्तों आप लोगों को बता दें कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी द्वारा 2024 को लेकर एक नई राजनीतिक सामने देखने को मिल रही है जहां पर दोनों ही राज्यों में एक नए नए चेहरों को अपनी मुख्यमंत्री की कमान सौंप गई है बात करें शिवराज सिंह चौहान की तो पूर्व और उससे भी आती पूर्व मुख्यमंत्री रहने वाले शिवराज सिंह चौहान को इस बार क्यों नहीं लिया गया है।
उसका कारण बहुत हो सकते हैं पर कुछ सवाल कांग्रेस पर भी उठाते हैं कि राहुल गांधी के पिछले कुछ टाइम पहले दिए गए बयान के अकॉर्डिंग जहां पर राहुल गांधी ने ओबीसी समाज वर्ग और आदिवासी समाज वर्ग को लेकर बहुत ही टिप्पणियां की थी।
जिसमें उनको पिछड़ा वर्ग घोषित किया है और उनको आगे लाने के लिए ही शायद प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने यह नए चेहरे सामने लाए हैं नरेंद्र मोदी ने आदिवासी समाज और ओबीसी समाज के नए दो चेहरे दो राज्यों में मुख्यमंत्री के रूप में बने हैं यह एक राजनीतिक प्लान हो सकता है या फिर हो सकता है कि किसी नए चेहरे को एक नए अवसर दिया जाए।
जो नए मुख्यमंत्री मध्य प्रदेश के चुने गए हैं उसमें कोई दो राय नहीं है शिवराज सिंह चौहान भी खुद इस बात से सहमत हैं कि जो उनके पार्टी के नेतृत्व करने वाले प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी द्वारा जो भी चेहरा सामने लाया गया है वह एक सत्य साबित होगा और भाजपा द्वारा किए जाने वाले कार्यों में अग्रसर रहेगा।